Mission Raniganj The Great Bharat Rescue‘ का पहला दिन कलेक्शन, जिसमें अक्षय कुमार की प्रमुख भूमिका है, 6 अक्टूबर को रिलीज़ हुआ था। इस फ़िल्म का पहले दिन का कलेक्शन अक्षय कुमार की किसी भी फ़िल्म के लिए सबसे कम ओपनिंग की तरफ़ से एक मात्र उद्घाटन के दिन की तरफ़ है, क्योंकि इसने अपने ओपनिंग दिन पर एक मात्र एक अंक की रकम जुटाई।
फ़िल्म के प्रारंभिक दिन में, फ़िल्म उद्योग ट्रैकर सैकनिल्क के अनुसार मामूली ₹2.8 करोड़ जुटा सकी। यह एक अक्षय कुमार की किसी फ़िल्म के लिए सबसे कम ओपनिंग दिन के आंकड़े में से एक है।
![Day 1 box office results for Mission Raniganj show a dismal start for the Akshay Kumar starrer with only 2.8 crore मिशन रानीगंज के पहले दिन के बॉक्स ऑफिस नतीजे बताते हैं कि अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म की केवल 2.8 करोड़ के साथ निराशाजनक शुरुआत हुई है Mission Raniganj film poster](https://newson.co.in/wp-content/uploads/2023/10/Mission_Raniganj_film_poster.jpg)
![Day 1 box office results for Mission Raniganj show a dismal start for the Akshay Kumar starrer with only 2.8 crore मिशन रानीगंज के पहले दिन के बॉक्स ऑफिस नतीजे बताते हैं कि अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म की केवल 2.8 करोड़ के साथ निराशाजनक शुरुआत हुई है Mission Raniganj film poster](https://newson.co.in/wp-content/uploads/2023/10/Mission_Raniganj_film_poster.jpg)
अक्षय कुमार की पिछली फ़िल्म ‘OMG 2’ ने अपने ओपनिंग दिन पर डबल डिज़िट नंबर्स, ₹10.26 करोड़ कमाए, जो कि उसे सनी देओल की ‘Gadar 2‘ के साथ होने वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद थे, जो कि उसी दिन रिलीज़ हुई थी।
‘मिशन रानीगंज’ के बारे में मिशन रानीगंज के तारों भरे कास्ट में अक्षय कुमार, परिणीति चोपड़ा, कुमुद मिश्रा, पवन मल्होत्रा, रवि किशन, वरुण बड़ोला, दिब्येंदु भट्टाचार्य, राजेश शर्मा, वीरेंद्र सक्सेना, शिशिर शर्मा, आनंद महादेवन, जमील ख़ान, सुधीर पांडेय, बच्चन पचेरा, मुकेश भट्ट और ओमकार दास मणिकपुरी शामिल हैं। इस फ़िल्म का निर्देशक तिनू देसाई है, जो वेस्ट बंगाल के रानीगंज में 1989 में एक बड़े खदान में फ़्लड हुए कोयले के खदान में फँसे 65 कामगारों को बचाने वाले साहसी बचाव मिशन का प्रस्तुतिकरण करती है।
फ़िल्म मानव सहनशीलता, दृढ़ संकल्प, और इंजीनियरिंग क्षमता को सलामी देती है। यह फ़िल्म अक्षय कुमार और निर्देशक तिनू सुरेश देसाई के बीच की दूसरी मिलान की ओर बढ़ती है, ‘रुस्तम’ की सफलता के बाद, जिसने अक्षय कुमार को उसका पहला राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया और ने सार्वजनिक और वाणिज्यिक सराहना प्राप्त की।
मिशन रानीगंज’ के बारे में
मिशन रानीगंज के स्टार कलाकारों में अक्षय कुमार, परिणीति चोपड़ा, कुमुद मिश्रा, पवन मल्होत्रा, रवि किशन, वरुण बडोला, दिव्येंदु भट्टाचार्य, राजेश शर्मा, वीरेंद्र सक्सेना, शिशिर शर्मा, अनंत महादेवन, जमील खान, सुधीर पांडे, बचन पचेरा, मुकेश भट्ट शामिल हैं। और ओंकार दास मानिकपुरी.
टीनू देसाई द्वारा निर्देशित यह फिल्म, जसवंत सिंह गिल के नेतृत्व में साहसी बचाव अभियान को दर्शाती है, जिन्होंने 1989 में पश्चिम बंगाल के रानीगंज में बाढ़ वाली कोयला खदान में फंसे 65 खनिकों को बचाया था।
कोयला खदान हादसे पर आधारित है मूवी
‘मिशन रानीगंज’ सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। इसे ऑडियंस और क्रिटिक्स से मिक्स रिव्यू मिला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर फिल्म को अधिकतर अच्छे रिस्पांस मिले हैं। हालांकि, यह मूवी भूमि पेडनेकर की ‘थैंक्यू फॉर कमिंग’ और राजवीर देओल की ‘दोनों’ के साथ रिलीज हुई है। ऐसे मे इसे बॉक्स ऑफिस पर कड़ी टक्कर मिली है। पहले दिन ‘मिशन रानीगंज’ ने कितना कलेक्शन किया,
पहले दिन कर पाई बस इतनी कमाई
पूजा एंटरटेनमेंट प्रोजक्शन के बैनर तले बनी ‘मिशन रानीगंज’ को लेकर जिस तरह की हाईप थी, उसे देख लगा था कि फिल्म डबल डिजिट्स में ओपनिंग ले सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, अक्षय कुमार की इस मूवी ने 2.8 करोड़ की कमाई की है। यह आंकड़े उम्मीद से भी कम हैं। करीब 2500 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई फिल्म ने पहले ही दिन मुट्ठी भर कमाई की है।
क्या है कोयला खदान हादसा?
कोयला खदान हादसा वेस्ट बंगाल में हादसा हुआ था। 13 नवंबर, 1989 को रानीगंज के महाबीर खदान (पश्चिम बंगाल) में कोयले की खदानों का ब्लास्ट कर तोड़े जाने के दौरान वॉटर टेबल की दीवार में क्रैक आ गया। पानी तेजी से इन दरारों में बहने लगा। इस कारण वहां काम कर रहे 220 लोगों में से छह की मौके पर मौत हो गई। जो लिफ्ट के पास थे, उन्हें जल्दी से बाहर खींचा गया। फिर भी 65 मजदूर फंसे रह गए थे।
इस हादसे के वक्त जसवंत सिंह गिल बतौर एडीशनल चीफ माइनिंग डायरेक्टर वहां पोस्टेड थे। उन्होंने सभी 65 मजदूरों की जान बचाई। जहां खदान में मजदूर फंसे थे, उन्होंने वहां कई बोर खोदे और उनके सकुशल बाहर निकलने तक खाना-पीना तक पहुंचाया। एक लंबे अंतराल के बाद उन्होंने सभी 65 मजदूरों की जान बचाई और उन्हें बाहर निकाला। बहादुरी के इस काम के लिए जसवंत सिह गिल को 1991 में इंडियन गवर्मेंट की तरफ से प्रेसिंडेट रामास्वामी वेंकटरमन के हाथों सिविलियन गेलेन्ट्री अवार्ड ‘सर्वोंत्तम जीवन रक्षक पदक’ दिया गया।